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गंगानगर #
- उपनाम: राजस्थान का अन्नागार
- कारण: सर्वाधिक अनाज उत्पादन, विशेषकर गेहूं।
- प्राचीन नाम: रामनगर
बीकानेर #
- उपनाम: ऊन का घर, राती घाटी
- कारण: एशिया की सबसे बड़ी ऊन मंडी; लाल रेतीली मिट्टी (राती घाटी)।
- नोट: जांगल प्रदेश भी कहा जाता है।
जैसलमेर #
- उपनाम: स्वर्ण नगरी, रेगिस्तान का गुलाब, राजस्थान का अंडमान, पंखों की नगरी, हवेलियों-झरोखों की नगरी, म्यूजियम सिटी
- कारण:
- स्वर्ण नगरी: पीले पत्थर सूर्य की रोशनी में सोने जैसे चमकते हैं।
- राजस्थान का अंडमान: दूरस्थ स्थान, अंडमान की तरह अलग-थलग।
- पंखों की नगरी: 1999 में पहली पवन ऊर्जा परियोजना।
- हवेलियों-झरोखों की नगरी: पटवों, सलीम सिंह, नथमल हवेलियों के लिए प्रसिद्ध।
- म्यूजियम सिटी: समृद्ध विरासत।
- परीक्षा नोट: जवाहरलाल नेहरू ने जैसलमेर को 8वां आश्चर्य कहा।
जोधपुर #
- उपनाम: मरुस्थल का प्रवेश द्वार, नीली नगरी, सूर्य नगरी, विधि नगरी, हस्तकला नगरी, किलों का शहर
- कारण:
- मरुस्थल का प्रवेश द्वार: थार मरुस्थल का प्रवेश बिंदु।
- नीली नगरी: मेहरानगढ़ किले के आसपास नीले रंग के मकान।
- सूर्य नगरी: रोजाना ~10 घंटे धूप।
- विधि नगरी: राजस्थान उच्च न्यायालय का स्थान।
- हस्तकला नगरी: हस्तनिर्मित वस्तुओं के लिए प्रसिद्ध।
- किलों का शहर: मेहरानगढ़ और अन्य किले।
- नोट: ओसियां (जोधपुर ग्रामीण) को राजस्थान का भुवनेश्वर कहा जाता है (मंदिरों की शैली भुवनेश्वर जैसी)। प्राचीन नाम: उपकेशपट्टन।
उदयपुर #
- उपनाम: झीलों की नगरी, राजस्थान का कश्मीर, पूर्व का वेनिस, सैलानियों का स्वर्ग, सफेद नगरी, जस्ता नगरी, फव्वारा-पहाड़ नगरी
- कारण:
- झीलों की नगरी: फतेह सागर, पिचोला, जयसामंद जैसी झीलें।
- राजस्थान का कश्मीर: न ज्यादा गर्मी, न ज्यादा सर्दी।
- पूर्व का वेनिस: सांस्कृतिक विरासत को संजोए हुए।
- सफेद नगरी: सफेद रंग के मकान।
- जस्ता नगरी: जस्ता उत्पादन।
- फव्वारा-पहाड़ नगरी: पहाड़ और जल स्रोत।
डूंगरपुर #
- उपनाम: पहाड़ों की नगरी
- कारण: पहाड़ी क्षेत्र।
सिरोही #
- उपनाम: राजस्थान का शिमला
- कारण: ठंडा मौसम, पर्यटक स्थल।
- नोट: माउंट आबू (सिरोही) को राजस्थान का वर्खांस्क कहा जाता है (रूस के वर्खांस्क जैसा ठंडा स्थान)।
चित्तौड़गढ़ #
- उपनाम: राजस्थान का गौरव, भक्ति और शक्ति की नगरी
- कारण:
- गौरव: सात दरवाजे, विजय स्तंभ, कीर्ति स्तंभ के साथ ऐतिहासिक महत्व।
- भक्ति: मीरा बाई की श्री कृष्ण भक्ति (मीरा मंदिर)।
- शक्ति: तीन जौहर (1303, 1544, 1568)।
बांसवाड़ा #
- उपनाम: आदिवासियों का शहर, 100 द्वीपों का शहर, मानसून का प्रवेश द्वार
- कारण:
- आदिवासियों का शहर: उच्च आदिवासी जनसंख्या।
- 100 द्वीपों का शहर: माही नदी के आसपास छोटे-छोटे टापू।
- मानसून का प्रवेश द्वार: राजस्थान में मानसून का पहला प्रवेश बिंदु।
झालावाड़ #
- उपनाम: राजस्थान का नागपुर, राजस्थान की चेरापूंजी, राजस्थान का एलोरा
- कारण:
- नागपुर: राजस्थान में सर्वाधिक संतरा उत्पादन।
- चेरापूंजी: उच्च वर्षा (हालांकि बांसवाड़ा कभी-कभी अधिक वर्षा)।
- एलोरा: कोलवी गुफाएं महाराष्ट्र की एलोरा गुफाओं जैसी।
- नोट: चेरापूंजी का वर्तमान नाम सोहरा है।
कोटा #
- उपनाम: राजस्थान का कानपुर, शिक्षा नगरी, औद्योगिक नगरी, बगीचों और नहरों का शहर, इंद्रप्रस्थ, वराह नगरी
- कारण:
- कानपुर: औद्योगिक केंद्र।
- शिक्षा नगरी: कोचिंग हब, राजस्थान का नालंदा भी कहा जाता है।
- इंद्रप्रस्थ: औद्योगिक क्षेत्र, पौराणिक अमरावती से तुलना।
- वराह नगरी: भगवान विष्णु के वराह अवतार के लिए प्रसिद्ध।
बारां #
- उपनाम: वराह नगरी
- कारण: भगवान विष्णु के वराह अवतार से संबंधित।
- अन्य: लकड़ी की पहाड़ी और घाटियों की भूमि (हाल का परीक्षा प्रश्न)।
बूंदी #
- उपनाम: बावड़ियों का शहर, छोटी काशी
- कारण:
- बावड़ियों का शहर: बावड़ियों (सीढ़ीदार कुओं) के लिए प्रसिद्ध।
- छोटी काशी: अनेक मंदिर।
भीलवाड़ा #
- उपनाम: वस्त्र नगरी, राजस्थान का मैनचेस्टर, अभ्रक नगरी, तालाबों का शहर
- कारण:
- वस्त्र नगरी: सूती धागा कारखाने।
- मैनचेस्टर: इंग्लैंड के मैनचेस्टर की तरह सूती कपड़ा उत्पादन।
- अभ्रक नगरी: अभ्रक पत्थर उत्पादन।
- तालाबों का शहर: तालाबों से सर्वाधिक सिंचाई।
- नोट: भिवाड़ी (खैरथल-तिजारा) को राजस्थान का नवीन मैनचेस्टर कहा जाता है; भिवाड़ी में नोटों की स्याही कारखाना।
अजमेर #
- उपनाम: राजस्थान का हृदय, भारत का मक्का, राजस्थान का नाका, अरावली का अभिमान, अंडों की टोकरी
- कारण:
- हृदय: रणनीतिक स्थान, तारागढ़ किले पर सर्वाधिक स्थानीय आक्रमण।
- भारत का मक्का: ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह।
- नाका: विदेशी आक्रमणों को रोका।
- अरावली का अभिमान: तारागढ़ किला।
- अंडों की टोकरी: उच्च मुर्गी पालन।
अलवर #
- उपनाम: राजस्थान का सिंह द्वार, राजस्थान का स्कॉटलैंड, पूर्वी कश्मीर
- कारण:
- सिंह द्वार: रणनीतिक प्रवेश बिंदु।
- स्कॉटलैंड: शराब और पहाड़ी-घाटी क्षेत्र के लिए प्रसिद्ध।
- पूर्वी कश्मीर: हरे-भरे पहाड़ और घाटियां।
- प्राचीन नाम: साल्वो प्रदेश (साल्वो जनजाति के कारण)।
भरतपुर #
- उपनाम: राजस्थान का प्रवेश द्वार, पूर्वी सिंह द्वार
- कारण: राजस्थान में पूर्व से मुख्य प्रवेश बिंदु।
धौलपुर #
- उपनाम: लाल हीरा, राजस्थान का पूर्वी प्रवेश द्वार, डांग का राजा
- कारण:
- लाल हीरा: लाल पत्थरों के लिए प्रसिद्ध।
- पूर्वी प्रवेश द्वार: पूर्व से राजस्थान में प्रवेश।
- डांग का राजा: चंबल नदी के कारण।
- प्राचीन नाम: कोठी।
करौली #
- उपनाम: डांग की रानी
- कारण: चंबल नदी के पास, चमगादड़ जैसी आकृति।
- प्राचीन नाम: गोपाल पाल (यादव वंश)।
जयपुर #
- उपनाम: पूर्व का पेरिस, गुलाबी नगरी, रंगश्री का द्वीप, हेरिटेज सिटी, रतन नगरी, पन्ना नगरी, प्लास्टिक हब
- कारण:
- पूर्व का पेरिस: पेरिस के समान भव्यता।
- गुलाबी नगरी: 1876 में प्रिंस अल्बर्ट के स्वागत में गुलाबी रंग (आतिथ्य का प्रतीक)।
- रंगश्री का द्वीप: सी.वी. रमन द्वारा कहा गया (शिक्षक भर्ती प्रश्न)।
- हेरिटेज सिटी: परकोटा यूनेस्को विश्व विरासत सूची में।
- रतन-पन्ना नगरी: रत्नों के लिए प्रसिद्ध।
- प्लास्टिक हब: प्लास्टिक केंद्र।
- नोट: चाकसू का प्राचीन नाम: चंपावती। गुलाबी नगरी शब्द का पहला प्रयोग स्टेनली रीड ने “द रॉयल टूर टू इंडिया” में किया।
नागौर #
- उपनाम: औजारों की नगरी, धातु नगरी
- कारण:
- औजार: ताले और लोहे के औजारों के लिए प्रसिद्ध।
- धातु: लोहे की वस्तुओं का उत्पादन।
- नोट: अंग्रेजों ने तोप निर्माण बंद करवाया, ताले बनने लगे।
मकराना (नागौर) #
- उपनाम: संगमरमर शहर
- कारण: संगमरमर के लिए प्रसिद्ध, संभवतः ताजमहल में उपयोग।
- नोट: सबसे बड़ी संगमरमर मंडी किशनगढ़ में।
झुंझुनूं #
- उपनाम: तांबा जिला, शेखावाटी की स्वर्ण नगरी
- कारण:
- तांबा: खेतड़ी, सिघाना का तांबा प्रसिद्ध।
- स्वर्ण नगरी: नवलगढ़ में 100+ हवेलियां।
हनुमानगढ़ #
- उपनाम: खेल सामग्री जिला, फलों की टोकरी
- कारण:
- खेल सामग्री: खेल उपकरणों के लिए प्रसिद्ध (हालांकि स्पष्ट नहीं)।
- फलों की टोकरी: सर्वाधिक फल उत्पादन।
टोंक #
- उपनाम: नवाबों की नगरी
- कारण: एकमात्र मुस्लिम रियासत, 1817 में अंग्रेजों ने अमीर खां पिंडारी को नवाब उपाधि दी।
जालौर #
- उपनाम: ग्रेनाइट सिटी, सुवर्ण गिरी
- कारण:
- ग्रेनाइट: ग्रेनाइट के लिए प्रसिद्ध।
- सुवर्ण गिरी: जालौर किले का नाम।
- प्राचीन नाम: जाबालीपुर।
सांचौर #
- उपनाम: राजस्थान का पंजाब
- कारण: पांच नदियों का संगम।
- प्राचीन नाम: सत्यपुर।
बालोतरा #
- उपनाम: पोपलीन नगरी, लघु माउंट आबू (पीपलू)
- कारण: रेशम धागों की साड़ियों (पोपलीन) के लिए प्रसिद्ध।
डीडवाना #
- उपनाम: शेखावाटी का सिंह द्वार, तोरण द्वार, मारवाड़ का अंतिम नगर
- कारण: शेखावाटी क्षेत्र में प्रवेश बिंदु।
राजस्थान सामान्य ज्ञान MCQ क्विज #
श्री गंगानगर को किस उपनाम से जाना जाता है? #
सही उत्तर: A) राजस्थान का अन्नागार
विवरण: श्री गंगानगर को “राजस्थान का अन्नागार” कहा जाता है क्योंकि यहाँ सर्वाधिक अनाज उत्पादन, विशेषकर गेहूं, होता है।
बीकानेर का प्राचीन नाम क्या था? #
सही उत्तर: C) जांगल प्रदेश
विवरण: बीकानेर को प्राचीन काल में जांगल प्रदेश कहा जाता था।
जैसलमेर को “स्वर्ण नगरी” क्यों कहा जाता है? #
सही उत्तर: B) पीले पत्थर सूर्य की रोशनी में सोने जैसे चमकते हैं
विवरण: जैसलमेर को “स्वर्ण नगरी” कहा जाता है क्योंकि यहाँ के पीले पत्थर सूर्य की रोशनी में सोने जैसे चमकते हैं।
जोधपुर को “नीली नगरी” के रूप में क्यों जाना जाता है? #
सही उत्तर: B) मेहरानगढ़ किले के आसपास नीले रंग के मकान
विवरण: जोधपुर को “नीली नगरी” कहा जाता है क्योंकि मेहरानगढ़ किले के आसपास के मकान नीले रंग के हैं।
उदयपुर को “पूर्व का वेनिस” क्यों कहा जाता है? #
सही उत्तर: B) सांस्कृतिक विरासत को संजोए हुए
विवरण: उदयपुर को “पूर्व का वेनिस” कहा जाता है क्योंकि यह अपनी सांस्कृतिक विरासत को संजोए हुए है।
डूंगरपुर को किस उपनाम से जाना जाता है? #
सही उत्तर: A) पहाड़ों की नगरी
विवरण: डूंगरपुर को “पहाड़ों की नगरी” कहा जाता है क्योंकि यह पहाड़ी क्षेत्र में स्थित है।
सिरोही का उपनाम “राजस्थान का शिमला” क्यों है? #
सही उत्तर: A) ठंडा मौसम, पर्यटक स्थल
विवरण: सिरोही को “राजस्थान का शिमला” कहा जाता है क्योंकि यहाँ का मौसम ठंडा है और यह एक प्रमुख पर्यटक स्थल है।
चित्तौड़गढ़ को “भक्ति और शक्ति की नगरी” क्यों कहा जाता है? #
सही उत्तर: B) मीरा बाई की श्री कृष्ण भक्ति और तीन जौहर
विवरण: चित्तौड़गढ़ को “भक्ति और शक्ति की नगरी” कहा जाता है क्योंकि यहाँ मीरा बाई की श्री कृष्ण भक्ति (मीरा मंदिर) और तीन जौहर (1303, 1544, 1568) हुए।
बांसवाड़ा को “100 द्वीपों का शहर” क्यों कहा जाता है? #
सही उत्तर: B) माही नदी के आसपास छोटे-छोटे टापू
विवरण: बांसवाड़ा को “100 द्वीपों का शहर” कहा जाता है क्योंकि माही नदी के आसपास छोटे-छोटे टापू हैं।
झालावाड़ को “राजस्थान का नागपुर” क्यों कहा जाता है? #
सही उत्तर: B) सर्वाधिक संतरा उत्पादन
विवरण: झालावाड़ को “राजस्थान का नागपुर” कहा जाता है क्योंकि यहाँ राजस्थान में सर्वाधिक संतरा उत्पादन होता है।
कोटा को “शिक्षा नगरी” क्यों कहा जाता है? #
सही उत्तर: B) कोचिंग हब, राजस्थान का नालंदा
विवरण: कोटा को “शिक्षा नगरी” कहा जाता है क्योंकि यह कोचिंग हब है और इसे राजस्थान का नालंदा भी कहा जाता है।
बूंदी को “बावड़ियों का शहर” क्यों कहा जाता है? #
सही उत्तर: A) बावड़ियों (सीढ़ीदार कुओं) के लिए प्रसिद्ध
विवरण: बूंदी को “बावड़ियों का शहर” कहा जाता है क्योंकि यह बावड़ियों (सीढ़ीदार कुओं) के लिए प्रसिद्ध है।
भीलवाड़ा को “वस्त्र नगरी” क्यों कहा जाता है? #
सही उत्तर: B) सूती धागा कारखाने
विवरण: भीलवाड़ा को “वस्त्र नगरी” कहा जाता है क्योंकि यहाँ सूती धागा कारखाने हैं।
अजमेर को “भारत का मक्का” क्यों कहा जाता है? #
सही उत्तर: B) ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह
विवरण: अजमेर को “भारत का मक्का” कहा जाता है क्योंकि यहाँ ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह है।
अलवर को “राजस्थान का सिंह द्वार” क्यों कहा जाता है? #
सही उत्तर: A) रणनीतिक प्रवेश बिंदु
विवरण: अलवर को “राजस्थान का सिंह द्वार” कहा जाता है क्योंकि यह रणनीतिक प्रवेश बिंदु है।